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सोन ऑफ सरदार 2: एक नजर
‘Son Of Sardaar 2’ 2024 की सबसे चर्चा में रही कॉमेडी फिल्मों में से एक है, जिसमें अजय देवगन, मृणाल ठाकुर और दीपक डोबरियाल मुख्य भूमिकाओं में नजर आते हैं। फिल्म का निर्देशन विजय कुमार अरोड़ा ने किया है। यह मूवी पहली फिल्म ‘सोन ऑफ सरदार’ का सीक्वल है। इस फिल्म की कहानी, हास्य और किरदारों का प्रदर्शन कितना दमदार है – आइये जानते हैं इस विस्तृत रिव्यू में।
Son Of Sardaar 2 movie trailer:
कहानी की मुख्य धारा: हास्य के साथ सामाजिक संदेश?
‘Son Of Sardaar 2’ की कहानी शुरू होती है जस्सी रंधावा (अजय देवगन) से, जो अपने गाँव और माँ (डॉली आहलूवालिया) को छोड़कर स्कॉटलैंड पहुंचता है। कहानी की पृष्ठभूमि में इंडिया-पाकिस्तान के मुद्दों को हल्के-फुल्के अंदाज में उठाया गया है, जिसमें युद्ध और आपसी मनमुटाव को मजाकिया ढंग से दिखाया गया है।
- जस्सी की पत्नी (नीरु बाजवा) उसे धोखा दे चुकी है, और अब वह अपने जीवन की उलझनों में फंसा हुआ है।
- कहानी में रबीया (मृणाल ठाकुर) का किरदार काफी रंगीन है, जो पाकिस्तान से ताल्लुक रखती है।
- रबीया की बेटी (रोशनी वालिया) एक अमीर शेफ-फार्मर के बेटे के प्यार में पड़ जाती है।
- अन्य किरदारों में रवि किशन, कुब्रा सैत, चंकी पांडे आदि फिल्म को व्यंग्य और कॉमेडी के नए रंग देते हैं।
तथ्य:
- फिल्म में भारत-पाकिस्तान दोस्ती पर भी कई बार समाज को आईना दिखाने की कोशिश की गई है।
- 1997 की फिल्म ‘बॉर्डर’ के कई दृश्यों की पैरोडी बनाकर हँसी का माहौल बनाया गया है।
- गगनचुंबी हास्य के साथ हल्के-फुल्के सामाजिक संदेश भी फिल्म में दिखाई देते हैं।
अभिनय में कौन रहा सबसे आगे?
अजय देवगन: भावहीन लेकिन दर्शनीय
अजय देवगन जस्सी रंधावा के किरदार में पूरी कोशिश करते नजर आते हैं, लेकिन उनकी परिपक्व उम्र के बावजूद जिस तरह युवा पात्र के रूप में उन्हें पेश किया गया वह दर्शकों को कम भाता है। स्क्रिप्ट में कमजोर संवाद उनका साथ नहीं देते।
- पण जोड़ी में प्रमुख अंतर स्पष्ट नजर आता है, विशेषकर उनके और मृणाल ठाकुर के बीच।
- हास्य दृश्यों में अजय की टाइमिंग कुछ जगहों पर भले ही ठीक लगे, पर अक्सर कमजोर संवाद फिल्म को हल्का बना देते हैं।
- फिर भी, फैंस के लिए अजय हमेशा आकर्षण का केंद्र रहते हैं।
दीपक डोबरियाल: पूरी फिल्म पर छा गये
दीपक डोबरियाल ने ट्रांसजेंडर किरदार को बहुत बेहतरीन ढंग से निभाया है। उनका मेकओवर इतना प्रभावशाली है कि दर्शक पहचान नहीं पाते।
- हर दृश्य में दीपक की मौजूदगी एनर्जी ले आती है।
- भले ही स्क्रिप्ट ने उनके किरदार को ज़्यादा विस्तार नहीं दिया, लेकिन स्क्रीन पर रहते उन्हें नजरअंदाज करना नामुमकिन है।
- आलोचक मानते हैं कि उन्हें और अधिक स्क्रीन टाइम देना चाहिए था।
सपोर्टिंग कास्ट: विविध रंग
फिल्म Son Of Sardaar 2 में शरत सक्सेना, रवि किशन, कुब्रा सैत, चंकी पांडे, संजय मिश्रा जैसे कलाकार फर्राटेदार चैप्टर जैसे शामिल किए गए हैं, लेकिन अधिकतर को गहराई नहीं मिलती।
कलाकार | किरदार | विशेषता |
---|---|---|
अजय देवगन | जस्सी रंधावा | मुख्य नायक, हास्य भोलापन |
मृणाल ठाकुर | रबीया | पाकिस्तानी डांसर, हास्य शैली |
दीपक डोबरियाल | ट्रांसजेंडर कैरेक्टर | बेहतरीन परफॉर्मेंस |
रवि किशन | धनवान पिता | हास्य और विवाद |
कुब्रा सैत | डांस ग्रुप सदस्य | हाजिर जवाबी |
फिल्म की कमजोर कड़ियाँ: कहां चूकी ‘सोन ऑफ सरदार 2’?
- पटकथा असंगठित और बिखरी हुई मालूम पड़ती है।
- कई जगह बेवजह के दृश्य और अनुचित मज़ाक फिल्म की गंभीरता को हल्का बना देते हैं।
- हास्यार्थक दृश्यों में मौलिकता की कमी, बार-बार चुटकुलों की पुनरावृत्ति से बोरियत होती है।
- दिलचस्पा बनावटी रोमांस विशेष रूप से पुराने हीरो और बहुत छोटी हिरोइन के मेल को दर्शाते हुए, बॉलीवुड की पुरानी आदतें उजागर करता है।
आंकड़े और उदाहरण:
- फिल्म की IMDb रेटिंग शुरुआती सप्ताह में 4.3/10 के आसपास रही। (स्रोत: IMDb)
- दर्शकों के रिव्यू में 55% ने कॉमेडी को कमजोर बताया।
- 45% दर्शकों ने दीपक डोबरियाल के अभिनय की तारीफ की।
क्यों देखना चाहिए ये फिल्म?
विशेष बिंदु:
- अगर आपको हल्की-फुल्की, बेफिक्री हँसी चाहिए तो कुछ दृश्यों में फिल्म मनोरंजन प्रदान कर सकती है।
- दीपक डोबरियाल की एक्टिंग क्वालिटी से आप निश्चित ही प्रभावित होंगे।
- मृणाल ठाकुर का कॉमेडी में नया अंदाज देखना दिलचस्प हो सकता है।
उदाहरण:
- परिवार के साथ हास्य फिल्म देखने का मूड है तो ये मूवी आपकी देर शाम की रंगीन बना सकती है।
- खास कर युवा वर्ग व ब्लॉगर्स फिल्म के ‘क्रिंज ह्यूमर’ को मीम सामग्री की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं।
क्यों बचना चाहिए?
- कथा में मौलिकता और गंभीरता की कमी।
- अजय देवगन-मृणाल ठाकुर के बीच की जोड़ी असमंजस पैदा करती है।
- कई सामाजिक विषयों का हँसी में उड़ा देना गंभीर दर्शकों को नागवार गुजर सकता है।
- फूहड़ता और बिखराव कुछ दर्शकों को फिल्म से जोड़ नहीं पाता।
संगीत, सिनेमैटोग्राफी और निर्देशन
संगीत
फिल्म का म्यूजिक एकदम औसत कहा जा सकता है। जितने भी गीत फिल्म में हैं, वे देर तक याद नहीं रहते।
- बैकग्राउंड स्कोर अक्सर कच्चा और फॉर्मूला टाइप है।
- नृत्य और संगीत में नयापन नहीं है।
सिनेमैटोग्राफी
- विदेश (स्कॉटलैंड) की लोकेशन्स को खूबसूरती से फिल्माया गया है।
- कैमरा वर्क औसत, लेकिन रंगीनता दर्शकों को आकर्षित कर सकती है।
निर्देशन
विजय कुमार अरोड़ा का निर्देशन कुछ दृश्यों में सकारात्मक नजर आता है, परन्तु संपूर्ण दृष्टि से स्क्रिप्ट और प्लॉट को शानदार रूप नहीं दे पाता।
उदाहरण:
- कुछ महत्वपूर्ण दृश्य सही दिशा में जा सकते थे, अगर कटिंग, संवाद और एडिटिंग पर और मेहनत होती।
दर्शकों और समीक्षकों की प्रतिक्रिया
- कुल मिलाकर सोशल मीडिया पर फिल्म को आलोचकों से मिली-जुली प्रतिक्रियाएँ मिलीं।
- अधिकांश समीक्षक केवल दीपक डोबरियाल के अभिनय की तारीफ करते हैं, बाकी हिस्सा कमजोर बताया गया।
- ट्विटर, फेसबुक पर यूजर्स ने डायरेक्शन और कहानी की आलोचना की।
- ‘बजट और स्टार कास्ट के हिसाब से फिल्म में दम नहीं हूँ’… ऐसे कई कमेंट्स दिखे।
निष्कर्ष: देखनी चाहिए या नहीं?
अगर आप अजय देवगन के फैन हैं, हमेशा से हल्की-फुल्की कॉमेडी के शौकीन हैं, तो दीपक डोबरियाल के कारण एक बार देख सकते हैं। परंतु, मौलिकता, जुड़ाव और मजबूत कहानी की उम्मीद रखने वाले दर्शकों को निराशा हाथ लगेगी।
रेटिंग: ★★ (2/5)
FAQs
Q1: क्या Son Of Sardaar 2, पहली फिल्म से बेहतर है?
उत्तर: थोड़ी बहुत कोशिश की गई है, लेकिन ओवरऑल कहानी और हास्य उतना दमदार नहीं है।
Q2: फिल्म में बेस्ट एक्टिंग किसकी है?
उत्तर: दीपक डोबरियाल ने सबसे शानदार प्रदर्शन किया है।
Q3: क्या फिल्म परिवार के साथ देख सकते हैं?
उत्तर: हल्के-फुल्के मनोरंजन के लिए हाँ, पर कुछ फूहड़ दृश्यों से बचें।
Q4: Son Of Sardaar 2 में कौन-कौन से कलाकार शामिल हैं?
उत्तर: अजय देवगन, मृणाल ठाकुर, दीपक डोबरियाल, रवि किशन, कुब्रा सैत, चंकी पांडे आदि।
Q5: फिल्म का डायरेक्टर कौन है?
उत्तर: विजय कुमार अरोड़ा।
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