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CBSE ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए कक्षा 10वीं और 12वीं के सैंपल पेपर व मार्किंग स्कीम जारी की है। परीक्षा पैटर्न में कोई बदलाव नहीं हुआ है। जानें- सैंपल पेपर के महत्व, डाउनलोड लिंक, नए हेल्थ नियम- ‘ऑयल बोर्ड’ का निर्देश और अक्सर पूछे जाने वाले सवाल।
CBSE Sample Papers 2025-26: परीक्षार्थियों को राहत, पैटर्न में बदलाव नहीं
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 10वीं और 12वीं के लिए वर्ष 2025-26 के सैंपल पेपर और मार्किंग स्कीम जारी कर दी है। छात्र एवं शिक्षक CBSE की वेबसाइट cbseacademic.nic.in से इन्हें डाउनलोड कर सकते हैं। बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि परीक्षा का पैटर्न 2024-25 जैसा ही रहेगा, जिससे अभ्यर्थियों को तैयारी में आसानी होगी।
- परीक्षा पैटर्न में कोई बदलाव नहीं:
परीक्षा का पैटर्न, प्रश्नों की संख्या, अंक वितरण, MCQ, केस-स्टडी, लॉन्ग एंसर इत्यादि पूर्ववत रहेंगे। - सारी स्कीम दोनों भाषाओं में:
अधिकांश विषयों के सैंपल पेपर और मार्किंग स्कीम हिंदी और अंग्रेजी दोनों में उपलब्ध हैं। - सभी विषयों के लिए:
विज्ञान, गणित (बेसिक/स्टैंडर्ड), सामाजिक विज्ञान, हिंदी, अंग्रेजी, कंप्यूटर, होम साइंस, संगीत, पेंटिंग आदि।
सब्जेक्ट वाइज सैंपल पेपर और मार्किंग स्कीम: प्रतियोगी तैयारी में वरदान
CBSE द्वारा जारी सैंपल पेपर और मार्किंग स्कीम छात्रों एवं शिक्षकों दोनों के लिए एक अकादमिक गाइड की तरह हैं।
- प्रत्येक विषय का सिलेबस व प्रश्नों का प्रारूप स्पष्ट किया गया है।
- मार्किंग स्कीम से पता चलता है कि उत्तर कैसे लिखें और किन बिंदुओं पर अंक मिलेंगे।
- इससे शिक्षक कक्षा में बेहतर योजना बना सकते हैं और छात्र अपने उत्तर सही दिशा में तैयार कर सकते हैं।
विषय | सैंपल पेपर | मार्किंग स्कीम |
---|---|---|
विज्ञान | ✔️ | ✔️ |
गणित (बेसिक/स्टैंडर्ड) | ✔️ | ✔️ |
सामाजिक विज्ञान | ✔️ | ✔️ |
अंग्रेजी | ✔️ | ✔️ |
हिंदी | ✔️ | ✔️ |
बाकी विषय | ✔️ | ✔️ |
परीक्षा का पैटर्न: पूरी सिलीबस, समान केंद्र, ड्यूल एटेम्प्ट
परीक्षा की मुख्य विशेषताएं:
- दो बार परीक्षा (कक्षा 10):
पहली परीक्षा फरवरी 2026 में अनिवार्य, दूसरी मई-जून में ऑप्शनल। बेहतर स्कोर मान्य। - मासिक असेसमेंट:
20% अंक आंतरिक मूल्यांकन (प्रोजेक्ट/ नोटबुक/ एक्टिविटी) से, 80% अंक बोर्ड परीक्षा से। - प्रश्न प्रकार:
MCQ, केस स्टडी, लॉन्ग/शॉर्ट आंसर, कंपीटेंसी आधारित प्रश्न (50%) प्रमुखता से शामिल। - परीक्षा अवधि:
3 घंटे, हर विषय के लिए।
वर्ग | परीक्षा बार | अंक वितरण | भाषा |
---|---|---|---|
कक्षा 10 | 2 (Dual) | 80 (पेपर) + 20 (IA) | हिंदी/अंग्रेजी |
कक्षा 12 | 1 (Annually) | विभिन्न विषय अनुसार | हिंदी/अंग्रेजी |
क्यों ज़रूरी हैं CBSE Sample Papers?
- अनुवांशिक प्रैक्टिस:
छात्रों को असली परीक्षा जैसी तैयारी और आत्मविश्वास मिलता है। - कंसीप्ट क्लियरिटी:
हर विषय की संख्या, पैटर्न और कंसेप्ट आधारित प्रश्न पैटर्न पहचानने में सहयोग करता है। - संपूर्ण सिलेबस कवरेज:
सैंपल पेपर कोर्स को पूरा पढ़ने और हर टॉपिक को अच्छा कवर करने में मदद करते हैं।
पैटर्न का शिक्षक और छात्र की रणनीति पर असर:
- डेली टीचिंग में शामिल करें सैंपल पेपर
- बोर्ड ने सभी स्कूलों को इन सैंपल पेपर से पढ़ाई की सलाह दी
- साख बेहतर, परीक्षा डर कम, सफलता की संभावना ज्यादा
हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए CBSE की नई पहल: ‘ऑयल बोर्ड’ और जागरूकता
क्या है ‘ऑयल बोर्ड’?
CBSE ने जुलाई 2025 के सर्कुलर में सभी स्कूलों को ‘ऑयल बोर्ड’ (Oil Board) लगाने के निर्देश दिए हैं।
- ऑयल बोर्ड:
स्कूल के कैंटीन, कॉरिडोर, मुख्य क्षेत्र में डिजिटल/स्टैटिक बोर्ड दिखाई देंगे जिनमें अधिक तेल वाले और तला-भुना खाने के नुकसान की जानकारी होगी। - लक्ष्य:
बच्चों में हेल्थ अवेयरनेस, जंक फूड, ज्यादा तेल-चीनी के सेवन से बचाव और एक्टिव लाइफ अपनाना।
क्यों जरूरी है ये पहल?
- 2021 में भारत में 18 करोड़ लोग मोटापे से पीड़ित। 2050 तक ये आंकड़ा 44.9 करोड़ तक पहुँच सकता है।
- एनएफएचएस-5 के अनुसार, शहरी क्षेत्र में हर पांच में से एक वयस्क मोटापे से ग्रस्त।
- शारीरिक निष्क्रियता, फैट और शुगर से भरपूर भोजन की आदत बच्चों में मोटापा बढ़ा रही है।
बोर्ड का सुझाव:
- स्कूलों में हेल्दी डायट, सब्जी-फल, लो फैट फूड को बढ़ावा
- नोटबुक, स्टेशनरी, सर्टिफिकेट पर भी हेल्थ मैसेज प्रिंट
- एक्टिविटी, खेल-कूद, वॉकिंग-जोन, सीढ़ियों के उपयोग को प्रोत्साहन
हेल्दी डिसिप्लिन के लिए कुछ डेटा:
- विश्व स्तर:
ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज रिपोर्ट 2025 के अनुसार, भारत में 2050 तक सबसे ज्यादा ओवरवेट-ओबेसिटी का बोझ रहेगा। - बीमारी का खतरा:
मोटापा दिल, डायबिटीज़, ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों की मुख्य वजह बन रहा है। - सुझाव:
स्कूल स्तर से बच्चों में हेल्थ अवेयरनेस जरूरी, ताकि आने वाले वर्षों में हेल्दी इंडिया बन सके।
CBSE सैंपल पेपर 2025-26 डाउनलोड करने का तरीका (स्टेप बाय स्टेप):
- cbseacademic.nic.in पर जाएं
- ‘Sample Papers 2025-26’ टैब पर क्लिक करें
- कक्षा (10/12) व विषय चुनें
- ‘Sample Question Paper’ व ‘Marking Scheme’ डाउनलोड करें
FAQs
Q1. CBSE के सैंपल पेपर और मार्किंग स्कीम का सबसे बड़ा फायदा क्या है?
A. यह पेपर छात्रों को परीक्षा पैटर्न समझने, सिलेबस कवर करने व सही उत्तर लिखने का तरीका सिखाता है।
Q2. क्या इस बार बोर्ड परीक्षा का पैटर्न बदला है?
A. नहीं, वर्ष 2025-26 के लिए कोई बदलाव नहीं किया गया है, पैटर्न पूर्ववत रहेगा।
Q3. ‘ऑयल बोर्ड’ क्या होता है और इसकी जरूरत क्यों पड़ी?
A. ये बोर्ड स्कूलों में दिखाए जाएंगे जो बच्चों को ज्यादा तेल-फैट वाले खाने के नुकसान के बारे में बताएंगे। भारत में बढ़ते मोटापे और अस्वस्थ्य खान-पान से बचाव के लिए ये पहल की गई है।
Q4. CBSE कक्षा 10 के छात्र कितनी बार बोर्ड परीक्षा दे सकते हैं?
A. छात्र 2025-26 से साल में दो बार (फरवरी-मई) परीक्षा दे सकते हैं। बेहतर अंक रहने पर वही मान्य होंगे।
Q5. क्या सैंपल पेपर हिंदी व अंग्रेजी दोनों में हैं?
A. हां, अधिकांश विषयों के सैंपल पेपर दोनों भाषाओं में उपलब्ध हैं (भाषा विषय को छोड़कर)।
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